Mukesh - Tum Agar Mujhko Na Chaho To

तुम अगर मुझको न चाहो तो कोई बात नहीं
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी

अब अगर मेल नहीं है तो जुदाई भी नहीं
बात तोड़ी भी नहीं तुमने बनाई भी नहीं
ये सहारा भी बहुत है मेरे जीने के लिये
तुम अगर मेरी नहीं हो तो पराई भी नहीं
मेरे दिल को न सराहो
मेरे दिल को न सराहो तो कोई बात नहीं
तो कोई बात नहीं
गैर के दिल को सराहोगी, तो मुश्किल होगी
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी

तुम हसीं हो, तुम्हें सब प्यार ही करते होंगे
मैं तो मरता हूँ तो क्या और भी मरते होंगे
सब की आँखों में इसी शौक़ का तूफ़ां होगा
सब के सीने में यही दर्द उभरते होंगे
मेरे ग़म में न कराहो
मेरे ग़म में न कराहो तो कोई बात नहीं
तो कोई बात नहीं
और के ग़म में कराहोगी तो मुश्किल
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी

फूल की तरह हँसो, सब की निगाहों में रहो
अपनी मासूम जवानी की पनाहों में रहो
मुझको वो दिन न दिखाना तुम्हें अपनी ही क़सम
मैं तरसता रहूँ तुम गैर की बाहों में रहो
तुम जो मुझसे न निभाओ
तुम जो मुझसे न निभाओ तो कोई बात नहीं
तो कोई बात नहीं
किसी दुश्मन से निभाओगी तो मुश्किल
तुम किसी और को चाहोगी तो मुश्किल होगी

Written by:
Roshan, Sahir Ludhianvi

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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