Kavita Krishnamurthy and L3AD - Tum To Pardesi Ho [Remix]

भला क्यूँ मैं मुखड़े से घुंघटा उठाऊ
भला क्यूँ मैं आँचल का पर्दा गिराऊ
अजी तुम जैसे दगाबाज़ दिलजलो के लिए मैं
ये दिल क्यूँ लुटाऊ ये जान क्यूँ लुटाऊ

आ आ आ आ
आ आ आ
आ आ आ आ
आ आ आ
आ आ आ आ

तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
ऐ परवानो शाम ढले तो
खींचते हुए आते हो
ऐ परवानो शाम ढले तो
खींचते हुए आते हो
ये है रैन बसेरा आ आ
ये है रैन बसेरा आके रात बिताते हो
सुबह सवेरे अपने अपने घर लौट जाते हो
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी (आ)
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी

तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी

कोई निर्मोही कोई बेदर्दी
कोई रसिया है कोई मतवाला
कोई निर्मोही कोई बेदर्दी
कोई रसिया है कोई मतवाला
सारे दौलत वाले है पर कोई नहीं दिलवाले
कोई निर्मोही कोई बेदर्दी
आ आ आ
सच्चे प्यार का दम भरते हो
सच्चे प्यार का दम भरते हो
झूठी कसमे खाते हो
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी
तुम तो परदेसी हो तुम तो परदेसी

Written by:
Rani Malik

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Shemaroo Entertainment Limited

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Kavita Krishnamurthy and L3AD

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