Alka Yagnik and Kumar Sanu - Tumhe Chhede Hawa Chanchal

तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरा
मोहब्बत तुमसे सीखी है
मेरे गुलफ़ाम सुन लो तुम
दीवाने दिल का केहेना है
किया है फैसला मैंने
तुम्हारे बिन न रहेना है
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है

करे दीवानगी मौसम सनम
तुम्हारी इन अदाओं से
गज़ब लगती हो तुम रब की कसम
भरोसा हो न जो मेरा
तो पूछो इन फ़िज़ाओं से
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरा
मोहब्बत तुमसे सीखी है

बनाया आशियाँ मैंने सनम
तुम्हारी ही निगाहों में
न जाऊं दूर मैं तुमसे
कभी बिता दूँ उम्र मैं सारी
सनम तेरी ही बाहों में
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरा
मोहब्बत तुमसे सीखी है

बनी है सुरमई देखो घटा
तेरी आँखों के काजल से
चुराती है जवा खुश्बू हवा
लिपट के मेरी जानेमन
तेरे ये रेशमी आँचल से
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरा
मोहब्बत तुमसे सीखी है
मेरे गुलफ़ाम सुन लो तुम
दीवाने दिल का केहेना है
किया है फैसला मैंने
तुम्हारे बिन न रहेना है
तुम्हें छेड़े हवा चंचल
शरारत तुमसे सीखी है
वो बैठा फूल पे भंवरा
मोहब्बत तुमसे सीखी है

Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD

Publisher:
Lyrics © Royalty Network, Songtrust Ave

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Alka Yagnik and Kumar Sanu

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