Kumar Sanu - Jab Tu Khuda se

जब तू खुदा से मन्नत माँगे
उसमे हेर और फेर ना कर
जब तू खुदा से मन्नत माँगे
उसमे हेर और फेर ना कर
मन्नत को पूरा करने मे
ए बंदे तू देर ना कर

मन्नत को पूरा ना करना
बंदे की नादानी है
वादा खिलाफी है ये खुदा से
और ये ना फरमानी है
मन्नत को पूरा ना करना
बंदे की नादानी है
वादा खिलाफी है ये खुदा से
और ये ना फरमानी है
मन्नत को जो तोड़ता है
उससे नाराज़ खुदा हो जाता है
उसकी निगाहे रहमो करम से
फिर वो जुदा हो जाता है
मन्नत भी वादा है एक खुदा से
तोड़ के तू अंधेर ना कर
जब तू खुदा से मन्नत माँगे
उसमे हेर और फेर ना कर

पूछेंगे जब तुझसे फरिश्ते
हर मन्नत का हिसाब
उसके सवालो का ए बंदे
तू ही बता क्या देगा जबाब
पूछेंगे जब तुझसे फरिश्ते
हर मन्नत का हिसाब
उसके सवालो का ए बंदे
तू ही बता क्या देगा जबाब
जो तू फरिश्तो से कह देगा
अंजाने मे भूल गया
तेरे बहाने सुन के खुदा फिर
तुझसे हो जाएगा खफा
बोझ गुनाहो का तू उठाकर
अपने सर को ज़ेर ना कर
जब तू खुदा से मन्नत माँगे
उसमे हेर और फेर ना कर

Written by:
Anjaan Sagri

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL)

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