Talat Aziz - Ye Kehrahi Hai
ये कह रही हैं तुझे छूके आने वाली हवा
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
उदास मै ही नहीं बेकरार तू भी हैं
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
उदास मै ही नहीं बेकरार तू भी हैं
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
उदासियों में कही तू ना ये समझ लेना
के तेरे प्यार को मायूस कर रहा हूँ मैं
वो आस जो तेरी आँखों में जगमगायी थी
अब उसको दूर से महसूस कर रहा हूँ मैं
बताऊ कैसे मुझे तेरी आरज़ू भी हैं
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
सदा रहेंगे ना हम पर ये दुरियों के सितम
तराने प्यार के हम गायेंगे कभी ना कभी
सदाये देगी हमे जब वफ़ाओ की मंजिल
ये फासले भी सिमट जायेंगे कभी ना कभी
हमे तो खोयी बहारों की जुस्तजू भी हैं
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
अभी तो हमसे ये हालात का तगाज़ा हैं
के दूर रहके भी हम प्यार को निभाते रहे
शिकन ना आये कभी जिंदगी के माथे पर
जिगर भी चोट लगे और मुस्कुराते रहे
किसी मे अपनी मोहब्बत की आबरू भी हैं
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
उदास मै ही नहीं बेकरार तू भी हैं
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
ये कह रही हैं तुझे छुके आने वाली हवा
Written by:
QATEEL SHIFAI, TALAT AZIZ
Publisher:
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