Lata Mangeshkar - Ye Samaa Samaa Hai Pyar Ka
हूँ हु हूँ हूँ हु हूँ
ये समा
समा है ये प्यार का
किसी के इंतज़ार का
दिल ना चुराले कहीं मेरा
मौसम बहार का
ये समा
समा है ये प्यार का
किसी के इंतज़ार का
दिल ना चुराले कहीं मेरा
मौसम बहार का
बसने लगे आँखों में
कुछ ऐसे सपने
बसने लगे आँखों में
कुछ ऐसे सपने
कोई बुलाए जैसे
नैनों से अपने
नैनों से अपने
ये समा
समा है दीदार का
किसी के इंतज़ार का
दिल ना चुराले कहीं मेरा
मौसम बहार का
हूँ हु हूँ हूँ हु हूँ
मिलके खयालों में ही
अपने बलम से
मिलके खयालों में ही
अपने बलम से
नींद गवाली अपनी
मैंने क़सम से
मैंने क़सम से
ये समा
समा है खुमार का
किसी के इंतज़ार का
दिल ना चुराले कहीं मेरा
मौसम बहार का
में तो हु सपनो के राजा की रानी
में तो हु सपनो के राजा की रानी
सच हो न जाए ये झूठी कहानी
झूठी कहानी
यह समां
समां हैं इक़रार का
किसीके इंतज़ार का
दिल न चुरा ले कही मेरा
मौसम बहार का
यह समां
समां हैं यह प्यार का
हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ हूँ
Written by:
ANANDJI KALYANJI, ANANDSHI BAKSHI, ANAND BAKSHI, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH
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