Babul Supriyo - Ye to Mumkin Hi Nahin

हम्म हम्म हो हो हा हा
हम्म हम्म हम्म हा हा हा हा

ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
इक अमीर का ग़रीब पे ऐतबार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
इक अमीर का ग़रीब पे ऐतबार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं

जैसे किनारे से मिलता नही हैं किनारा
जैसे ज़मीं से मिलता नही हैं सितारा
जैसे कोई ज़रा छू ना सके चाँदनी को
जैसे अंधेरा ना देखे कभी रोशनी को
फ़िज़ा की रुत हो और उसमें बहार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
इक अमीर का ग़रीब पे ऐतबार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं

कसम हैं तुम्हे जाने जाना अभी से भुला दो मुझे
कभी ना बने जो मैं वो अक्स हूँ तुम मिटा दो मुझे
मेरी बात मानो हक़ीकत को जानो ये ज़िद्द छोड़ दो
किसी और शहज़ादे से तुम सनम अपना दिल जोड़ दो
तुम्हारी बस्म में मेरा शुमार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
इक अमीर का ग़रीब पे ऐतबार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं तुमसे प्यार हो जाए
ये तो मुमकिन ही नहीं
हम्म हम्म हम्म हम्म हो हो हो हो
हो हो हो हो हम्म हम्म हा हा हा
हो हो हो हो हम्म हम्म हम्म हम्म
हो हो हो हो हम्म हम्म हम्म हम्म

Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, RATHOD SHRAWAN

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Babul Supriyo

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