Kishore Kumar, सुमन कल्याणपुर and Mohammed Rafi - Yeh Duniya Ke Badaltey Rishtey

न जाने कैसे पल में बदल जाते हैं
न जाने कैसे पल में बदल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते
क्या जाने कैसे रंगों में ढल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते
न जाने कैसे पल में बदल जाते हैं

जुड़कर कहीं दिल जोड़ दें
टूटे तो दिल तोड़ जाते हैं ये
जुड़कर कहीं दिल जोड़ दें
टूटे तो दिल तोड़ जाते हैं ये
ये फूल बनकर हैं खिलते कहीं
कहीं दिल में काँटे चुभते हैं ये
जाने कहाँ किस मोड़ पे
देके दगा दिल को छल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते
न जाने कैसे पल में बदल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते

अपनों से यूँ बिछडे हैं जो
उन्हें क्या बिछड़ने का कुछ ग़म नहीं
अपनों से यूँ बिछडे हैं जो
उन्हें क्या बिछड़ने का कुछ ग़म नहीं
मगर हार कर क्यूँ दुखों से कोई
जहर घोल दे ज़िन्दगी में कहीं
सब खेल है तक़दीर का
तक़दीर से ही बदल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते
न जाने कैसे पल में बदल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते

रिश्ते कभी टूटे कहाँ
जो टूट जाये वो रिश्ते नहीं
रिश्ते कभी टूटे कहाँ
जो टूट जाये वो रिश्ते नहीं
छुपी है उदासी के पीछे हंसी
दबी दर्द में भी ख़ुशी है कहीं
सच तो है ये बस प्यार से
जीवन हमारे बदल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते
न जाने कैसे पल में बदल जाते हैं
ये दुनिया के बदलते रिश्ते

Written by:
ANJAAN, Laxmikant Pyarelal

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Kishore Kumar, सुमन कल्याणपुर and Mohammed Rafi

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