Bhupinder Singh and Mitali Singh - Yeh Phoolon Ki Khushbu

ये फूलों की खुशबू हवाओं की ठंडक फिज़ाओ की मस्ती भरी शाम हैं
ये फूलों की खुशबू हवाओं की ठंडक फिज़ाओ की मस्ती भरी शाम हैं

ये दीवाना मौसम
ये दीवाना मौसम ये मस्ताना आलम तेरे नाम हैं बस, तेरे नाम हैं

ये फूलों की खुशबू हवाओं की ठंडक फिज़ाओ की मस्ती भरी शाम हैं

उड़ाए लिए जा रही हैं तमन्ना ज़मी पर नहीं आसमा पर कदम हैं
उड़ाए लिए जा रही हैं तमन्ना ज़मी पर नहीं आसमा पर कदम हैं

बहोत नर्म एहसास छूने लगा हैं तुम्हे क्या बताये कहाँ आज हम हैं
तुम्हे क्या बताये कहाँ आज हम हैं
ये राहें ये मंजिल
ये राहें ये म॑जिल ये खिलता हुआ दिल खुशी ही खुशी का ये पैगाम है

ये फूलों की खुशबू हवाओं की ठंडक फिज़ाओ की मस्ती भरी शाम हैं

लबों की ख़ामोशी में हैं एक कहानी मुहब्बत के धारों में हैं एक रवानी
लबों की ख़ामोशी में हैं एक कहानी मुहब्बत के धारों में हैं एक रवानी

कदम दो कदम का सफ़र ये हमारा गुज़ारेंगे हम साथ एक ज़िन्दगानी
गुज़ारेंगे हम साथ एक ज़िन्दगानी
मिली जब निगाहें
मिली जब निगाहें, दिए जल उठे हैं ये कैसा मुहब्बत का इनाम हैं

ये दीवाना मौसम, म्म म्म
ये दीवाना मौसम ये मस्ताना आलम तेरे नाम हैं बस, तेरे नाम हैं

ये फूलों की खुशबू हवाओं की ठंडक फिज़ाओ की मस्ती भरी शाम हैं
ये दीवाना मौसम ये मस्ताना आलम तेरे नाम हैं बस तेरे नाम हैं

Written by:
IBRAHIM ASHK, BHUPINDER

Publisher:
Lyrics © Universal Music Publishing Group

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Bhupinder Singh and Mitali Singh

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