Abhijeet and Alka Yagnik - Zamaane Ko Ab Tak

ज़माने को अब तक नही है पता
अगर हो गयी हमसे कोई खाता
ज़माने को अब तक नही है पता
अगर हो गयी हमसे कोई खाता
कही शोर मच गया तो क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
ज़माने को अब तक नही है पता
अगर हो गयी हमसे कोई खाता
कही शोर मच गया तो क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा

देख ना आईसी नॅज़ारो से बेचैन दिल घबराता है
देख ना आईसी नॅज़ारो से बेचैन दिल घबराता है
बिन तुझे देखे दिल पर अब चैन कही ना आता है
छ्चोड़ो शरारत करना ऐसे मोहब्बत कर ना
तोड़ा बहक जाने दो नज़दीक तो आने दो
दीवाने ज़रा मुझको इतना बता
अगर हो गयी हमसे कोई खाता ...
कही शोर मच गया तो क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
दीवाने ज़रा मुझको इतना बता
अगर हो गयी हमसे कोई खाता ...
कही शोर मच गया तो क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा

क्यूँ करें ना प्यार हम मौक़ा भी है तन्हाई भी
क्यूँ करें ना प्यार हम मौक़ा भी है तन्हाई भी
धड़कने बेताब हैं मौसम भी है अंगड़ाई भी
गोरी मेरा दिल कब से मोटी चुरा लू लब से
बाहों में बाहें डालो मुझको गले से लगा लो
तुम्हें देख कर हो रहा है नशा
अगर हो गयी हमसे कोई खाता
कही शोर मच गया तो क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
दीवाने ज़रा मुझको इतना बता
अगर हो गयी हमसे कोई खाता
कही शोर मच गया तो क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा
क्या होगा क्या होगा क्या होगा

Written by:
SAMEER, NADEEM SAIFI, SHRAVAN RATHOD

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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Abhijeet and Alka Yagnik

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