Bombay Jayashri and डी जे वेरोनिका - Zara Zara [Trap Mix]

ज़रा ज़रा बहकता है महकता है
आज तो मेरा तन बदन
मैं प्यासी हूँ
मुझे भर ले अपनी बाहों में
ज़रा ज़रा बहकता है महकता है
आज तो मेरा तन बदन
मैं प्यासी हूँ
मुझे भर ले अपनी बाहों में
है मेरी कसम तुझको सनम
दूर कहीं ना जा
ये दूरी कहती है
पास मेरे आजा रे

Drop it

ज़रा ज़रा बहकता है
ज़रा ज़रा महकता है
ज़रा ज़रा बहकता है

यूँ ही बरस बरस काली घटा बरसे
हम यार भीग जाएँ इस चाहत की बारिश में
मेरी खुली खुली लटों को सुलझाए
तू अपनी उँगलियों से
मैं तो हूँ इसी ख्वाहिश में
सर्दी की रातों में
हम सोये रहें एक चादर में
हम दोनों तन्हाँ हो
ना कोई भी रहे इस घर में
ज़रा ज़रा बहकता है महकता है
आज तो मेरा तन बदन
मैं प्यासी हूँ
मुझे भर ले अपनी बाहों में

Drop it

ज़रा ज़रा बहकता है
ज़रा ज़रा महकता है
ज़रा ज़रा बहकता है

Written by:
K Kami, Sameer, J Jayaraj Harris

Publisher:
Lyrics © Phonographic Digital Limited (PDL), Royalty Network

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Bombay Jayashri and डी जे वेरोनिका

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