Geeta Dutt - Zara Samne Aa Zara Aankh Mila

ज़रा सामने आ ज़रा आँख मिला
ज़रा सामने आ ज़रा आँख मिला
तेरा सुकरिया कर दू अदा
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न
ज़रा सामने आ ज़रा आँख मिला
तेरा सुकरिया कर दू अदा ज़रा सामने आ ज़रा आँख मिला
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न

पास आ तुझे सिखादू गिरके सम्भलना
तुझको बतादू
तुझको बतादू राह देख देख चलना
पास आ तुझे सिखादू गिरके सम्भलना
तुझको बतादू राह देख देख चलना
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न
ज़रा सामने आ ज़रा आँख मिला
तेरा सुकरिया कर दू अदा
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न

मन के बनाये हुए जलो में ना फसने
कही तुझे
कही तुझे रोना पड़े इतना न हसना
मन के बनाये हुए जाल में ना फसना
कही तुझे रोना पड़े इतना न हसना
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न
ज़रा सामने आ ज़रा आँख मिला
तेरा सुकरिया कर दू अदा
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न

बनके शिकारी खेलो खेल न नजर का
ऐसा न हो
ऐसा न हो भूल ही जाए रास्ता ही घर का
बनके शिकारी खेलो खेल न नजर का
ऐसा न हो भूल ही जाए रास्ता ही घर का
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न
ज़रा सामने आ ज़रा आँख मिला
तेरा सुकरिया कर दू अदा
ऐसे न मचल मन जाये न कुचल
तेरा दम ही निकल जाये न

Written by:
Majrooh Sultanpuri, O P Nayyar

Publisher:
Lyrics © Royalty Network

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